भारत जोड़ो यात्रा : 8 राज्य 3500 किलोमीटर और 2024 का सपना, जाने अब तक कैसा रहा राहुल गांधी का सफर
देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी मतलब कांग्रेस पार्टी आज बिल्कुल हाशिए पर चली गई है। एक-एक करके पहले सभी राज्यों को खोया फिर अपनी परंपरागत सीट खोती चली जाने वाली इस पार्टी का आलम यह है कि अब राजस्थान, छत्तीसगढ़ के अलावा आज देश के किसी भी बड़े राज्य में इनकी अपने दम पर सरकार नहीं है। बिल्कुल गर्त में जा चुकी इस पार्टी में 2024 लोकसभा चुनाव से पहले नई जान फूंकने के लिए खुद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने मोर्चा संभाला है।
8 राज्य 3500 किलोमीटर और राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा

भारत जोड़ो यात्रा जिसकी शुरुआत कांग्रेस पार्टी की तरफ से 7 सितम्बर 2022 को कन्याकुमारी से की गई थी। यह यात्रा 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की निकाली गई 4260 किलोमीटर की यात्रा जैसी ही है। राहुल गांधी द्वारा कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा ने अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलांगना, महाराष्ट्र होते हुए 86वें दिन अभी मध्य प्रदेश में हैं। इसके बाद 4 दिसंबर को राजस्थान में प्रवेश करने के बाद महीने की आखिर में हरियाणा तक जाएगी। इस यात्रा को लेकर कांग्रेस पार्टी का कहना है कि भारत जोड़ो यात्रा का मुख्य उद्देश्य “घृणा, भय और कट्टरता की राजनीती से लड़ना है। मोदी सरकार द्वारा लोगों की उम्मीदों पर खड़ा नहीं उतरना उनकी आकांक्षाओं की उपेक्षा के करना और देश में हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के लिए यह यात्रा निकाली गई है।
2024 लोकसभा चुनाव से पहले इन बड़े राज्यों में होनी है यात्रा

राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने अपनी 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इस भारत जोड़ो यात्रा के तहत राहुल हर वो काम कर रहे हैं जिससे उनकी पार्टी को नई जान मिल सकें, इस यात्रा की बदौलत राहुल 2024 लोकसभा में सीधा प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी के साथ मुकाबले के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। कुछ राज्यों में इस यात्रा का असर भी 2024 लोकसभा चुनावों में देखने के लिए मिल सकता है। साल 2023 की शुरुआत राहुल उत्तर प्रदेश से करते हुए दिल्ली, पंजाब, जम्मू तक इस भारत जोड़ो यात्रा को लेकर जाएंगे। उसके बाद फिर आगे की यात्रा और उसका रूट तय की जाएगी।