देश पर आया संकट , संकटमोचक बन कर आयी वायुसेना देश भर मैं पहुंचा रही हैं ऑक्सीजन
इस कोरोना काल में भारत ने एक ऐसा भयावह रिकॉर्ड बना दिया है जो देश के हर नागरिक के लिए किसी भयानक सपने जैसा है. जी हां बीते 24 घंटे के दौरान देश में 3,32,503 नए कोरोना मामले सामने आए हैं. इसी के साथ कोरोना से 2256 की मौत हो गई है. इतने भयावह आंकड़े आज से पहले किसी देश में दर्ज नहीं किए गए थे . अपनी दूसरी लहर के साथ ही कोरोना ने विकराल रूप धारण कर लिया है. इस दौरान मरीजों को सबसे ज़्यादा जरूरत पड़ती हैं ऑक्सीजन की. जब जरूरत ज़्यादा है तो खपत भी ज़्यादा होगी. यही वजह है कि देश भर में ऑक्सीजन की भारी कमी बन गयी हैं।
देश मैं बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलो के बीच देश भर मैं कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की कमी से भी जूझना पड़ रहा हैं, पुरे देश भर से डरावनी खबरे आ रही हैं , ऑक्सीजन की कमी के कारण न जाने कितने ही साँसे थम गयी और कितनी ही साँसे संकट मैं हैं, ऐसे मैं देश की मदद के लिए एक बार फिर भारतीय वायुसेना संकटमोचक बन कर सामने आयी हैं , इस बार वायुसेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की हैं दुनिया के सबसे बड़े दुश्मन कोरोना पर , देश भर ऑक्सीजन की कमी पूरा करने की जिम्मेदारी उठायी हैं वायुसेना ने।
ऐसे में भारतीय वायुसेना ने ऑक्सीजन की आपूर्ति का जिम्मा उठाया है. भारतीय वायुसेना ने अपने C-17 और IL-76 विमानों द्वारा देश भर में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है. इस क्रम में वायुसेना द्वारा देश के अलग-अलग हिस्सों में ऑक्सीजन के कंटेनर्स पहुंचाए जा रहे हैं जिससे ऑक्सीजन की सप्लाई में तेजी आ सके और जरूरतमंद मरीजों तक इसे जल्द से जल्द पहुंचाया जा सके.
वायुसेना के हस्तक्षेप के बाद अब उम्मीद है कि स्थिति में सुधार आएगा और एक बार फिर से भारत कोरोना को मात दे पाएगा.
केंद्र सरकार का कहना है कि देश के पास ऑक्सीजन की कमी नहीं है बस दिक्कत है तो सप्लाई की. ऑक्सीजन की सप्लाई ज़्यादातर सड़क के रास्ते हो रही है जिसमें वक्त लग रहा है और इसी वजह से कई बड़े राज्यों में ऑक्सीजन की कमी आ रही है. ऐसे में अब वायुसेना की सहायता से ऑक्सीजन सप्लाई की दिक्कत को खत्म हो जाएगी और चीज़े जल्द कण्ट्रोल मैं आ जाएंगी।